आम कर दाताओं, या कम आय वाले लोग, जो कर के बोझ से दबे हुए थे, को इतिहास में पहली बार सबसे अधिक कर भत्ता दिया गया है। अगर आप एलआईसी, मेडिकल, पीएफ में निवेश करते हैं, तो आपको 6.50 लाख रुपये तक कोई टैक्स नहीं लगेगा। सीधे शब्दों में कहें, पहले पांच लाख रुपये में, जिसे आप 13 हजार रुपये का टैक्स देते थे, अब वह शून्य (0) हो गया है।
ऐसे समझें आपकी बचत
आय | पहले टैक्स | अब टैक्स |
5 लाख | 13,000 | पूरी छूट |
7.5 लाख | 65,000 | 49,920 |
10 लाख | 1.17 लाख | 99,840 |
20 लाख | 4.29 लाख | 4.02 लाख |
मोदी सरकार का ‘सिक्सर’
– हाउस डिडक्शन लिमिट की छूट 1 लाख से बढ़ाकर 2.5 कर दी गई है
– 40 हजार रुपये तक के ब्याज पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।
– स्टैंडर्ड डिडक्शन 40 हजार से बढ़कर 50 हजार।
– 30 मिलियन से अधिक मध्यम वर्ग के लोगों को लाभ मिलेगा
– अगर आप निवेश करते हैं, तो साढ़े छह लाख तक कोई टैक्स नहीं लगेगा
टैक्स रिटर्न भरना आसान होगा
वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि आयकर से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान ऑनलाइन किया जा रहा है। बिना किसी जांच के 99.54% आयकर रिटर्न को मंजूरी दी गई है। अब सभी आयकर रिटर्न 24 घंटे में संसाधित किए जाएंगे और रिफंड तुरंत दिया जाएगा। अगले दो वर्षों में आईटीआर का सत्यापन तुरंत ऑनलाइन होगा। इसमें कर अधिकारी की भूमिका नहीं होगी। आगे की जांच के लिए कार्यालय नहीं जाना पड़ेगा। कर अधिकारी कौन है और कर दाता कौन है, यह दोनों नहीं जान पाएंगे।